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Hindi Poem Alok Mishra
आलोकित – हर्षित
19th December 2019

आलोकित – हर्षित

  आवेग-प्रफुल्लित, आनन्दित, असिम और अथाह, अनंत, अनवरत, आह्लादित सागर की उठती-गिरती लहरें यूँ ही आती-जाती रहती हैं - सागर में और मेरे मन में भी। नित्य-नवीन, नव-स्फुटित, निर्मल, नयन-आलोकित, निरंतर निशा-शीतल सी तुम्हारी छवि मेरे ह्रदय-निकेतन में यदा-कदा आती-जाती…

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poem by alok mishra love poetry
एक चन्द्रमा – हिंदी कविता – Poem
12th November 2019

एक चन्द्रमा – हिंदी कविता – Poem

प्रश्न और कठिन प्रश्न, उत्तर या निरुत्तर, समता या विषमता, गहराई या ऊंचाई, सुःख और संताप - प्रिये, तुम्हारे चकोर-चक्षुओँ के लिए मैं एक चन्द्रमा अपने प्रयत्नों से अवश्य संवारूँगा!

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Independence day poems Hindi
स्वतंत्रता के प्रहरी – Independence Day Poem – Hindi
15th August 2019

स्वतंत्रता के प्रहरी – Independence Day Poem – Hindi

  विपक्ष के शोर और सत्तापक्ष की गर्जन, झुलसते मेघ और ठिठुरती धूप, पिघलते हिम और हिम-मग्न होता लावा, गतिमान पृथ्वी और अनंत आकाश साक्षी हैं इनके प्रताप के जिनके सिंह समान अडिग और अविरल साहस से समग्र संसार हतप्रभ…

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