Sunday Shayaris – episode 2
खुद को भिगोयें भी कितना अल्फ़ाज़ों की बरसात में? पुरे बादलों के समंदर में बस तुम्हारी ही तो खुशबु है! ***************************************** तुम्हें और याद करूँ तो शायद मेरी जान चली जाये, पर भुलाके तुम्हें एक पल जी भी तो…