अटल बिहारी वाजपेयी जी और उनकी कवितायेँ!
"पथ पर चलते चलते ही वह राह बन गया, तिल-तिल कर जलते जलते ही दाह बन गया, वह कैसा था भक्त स्वयं भगवान बन गया कुम्भकार की कीर्ति बन निर्माण बन गया!" जब भी अटल जी पुरुषार्थ से…
"पथ पर चलते चलते ही वह राह बन गया, तिल-तिल कर जलते जलते ही दाह बन गया, वह कैसा था भक्त स्वयं भगवान बन गया कुम्भकार की कीर्ति बन निर्माण बन गया!" जब भी अटल जी पुरुषार्थ से…
The year is almost done. We are ready to enter a fresh new year called 2017 with new aspirations, hopes, anticipations, fear, enthusiasm and worries. Calendars hanging on the walls will change; some new décor will come; maybe some set…
What is Success? The Attempt to Define the Undefined What is success? This question is beyond answers. However, people with intellect have attempted different versions of answers. Without explaining all the 'what is success quotes' in detail, I would…